सफाई कर्मचारी से 5 हजार की रिश्वत लेते स्वच्छता निरीक्षक को लोकायुक्त ने पकड़ा

ग्वालियर। मप्र के ग्वालियर में लोकायुक्त की टीम ने एक सफाई कर्मचारी की शिकायत पर आज अलसुबह डफरिन सराय स्थित नगर निगम के जोन कार्यालय में छापा मारकर स्वच्छता निरीक्षक अशोक धवल को पांच हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। जब उसे रंगे हाथों पकड़ा तो उसने रौब दिखाना शुरू कर दिया। लेकिन उसे मालूम हुआ कि लोकायुक्त की टीम है तो उसके होश उड़ गए। लोकायुक्त से मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम में सालों से पदस्थ सफाई कर्मचारी लक्ष्मण का वर्ष 2018 का दो माह का वेतन रूका हुआ था। वह कई दिनों से विभाग में चक्कर काटकर परेशान हो चुका था। कुछ दिन पहले फरियादी स्वच्छता निरीक्षक अशोक धवल के पास पहुंचा और वेतन निकालने के लिए कहा। आरोपी धवल ने उसे कहा कि ऐसे ही हजारों रुपए की सैलरी मिल जाएगी क्या ? सफाई कर्मचारी से वह बोला कि दस हजार रुपये में काम हो जाएगा। रिश्वत पांच हजार रुपये में फिक्स हुआ।

फरियादी सफाई कर्मचारी लक्ष्मण

 

फरियादी ने इसकी पूरी सूचना लिखित में लोकायुक्त कार्यालय जाकर दी। आज का समय तय हुआ। पैसे देने के लिए लक्ष्मण ने अशोक धवल को सुबह पांच बजे पड़ाव डफरन सराय स्थित जोन कार्यालय पर बुलाया। लोकायुक्त की टीम ने पांच हजार रुपये पर अपना चिन्ह लगाकर वह पैसे लक्ष्मण को दिए। सुबह छह बजे जैसे ही लक्ष्मण ने पांच हजार की रकम स्वच्छता निरीक्षक के हाथ में थमाई, टीम ने धवल को रंगे हाथों पकड़ लिया। बताया जाता है कि जैसे ही टीम ने उसे पकड़ा तो उसने आवाज देकर अन्य कर्मचारियों को बुलाने का प्रयास किया। पर उसकी एक नहीं चली। टीम उसे गिरफ्तार कर मोतीमहल स्थित लोकायुक्त कार्यालय लेकर आ गई है, जहां उसके बयान लिए जा रहे हैं।

आरोपी स्वच्छता निरीक्षक अशोक धवलगौरतलब है कि इसी कार्यालय में कुछ दिन पहले एक कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बताया जाता है कि इससे पूर्व भी आरोपी कई लोगों से रिश्वत ले चुका है। टीम में डीएसपी प्रद्युम्न पाराशर, निरीक्षक आराधना डेविस, राघवेंद्र तोमर, बृजमोहन नरवरिया शामिल हैं।

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