जबरन धर्म परिवर्तन; टीचर ने मूक-बधिर छात्रों का ब्रेनवॉश करने के लिए तैयार कराए थे वीडियो

नोएडा। सेक्टर-117 स्थित नोएडा डेफ सोसायटी में आने वाले मूकबधिर छात्रों के लिए पूर्व टीचर ने धर्मांतरण के प्रति प्रेरित करने के लिए साइन लैंग्वेज के वीडियो तैयार करवाए थे। ऐसा पुलिस जांच में सामने आया है। सूत्रों की मानें तो इन साइन लैंग्वेज वीडियो के जरिए ही पूर्व टीचर मूकबधिर छात्रों को धर्म-विशेष के बारे में जानकारी देता था। धर्मांतरण कराने से पहले टीचर स्टूडेंट की काउंसलिंग करता था। इस काउंसलिंग में वह छात्रों को परख लेता था कि कौन छात्र धर्मांतरण कर सकता है और कौन नहीं। जो छात्र उसके चंगुल में फंसे जाता था, उसका धर्मांतरण करा देता था?।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि यह टीचर ही मूकबधिर छात्रों में उनके परिवार के प्रति नफऱत पैदा करता था। ऐसे में एटीएस ने फरार चल रहे टीचर और कर्मचारी की तलाश तेज कर दी है। पूर्व टीचर व कर्मचारी के गिरफ्तार होने के बाद इस मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। गुरुवार को भी एटीएस की टीमें ने नोएडा डेफ सोसायटी के पूर्व टीचर और कर्मचारी की गिरफ्तारी को लेकर कई स्थानों पर दबिश दी है।

सूत्रों की मानें तो साइन लैंग्वेज की कुछ वीडियो एटीएस टीम को मिले हैं। यह धर्मांतरण से संबंधित बताए जा रहे हैं। इन वीडियो में क्या कहा जा रहा है। इसकी जांच के लिए एटीएस की टीम एक्सपट्र्स का सहारा ले रही है। बताया जा रहा है कि डेफ सोसाइटी में धर्मांतरण कराने में इन वीडियो की अहम भूमिका रही है।

धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी यूपी एटीएस के रिमांड पर हैं। एटीएस गुरुवार को दोनों को साथ लेकर कई जगहों पर पहुंची और मामले की जांच की। एटीएस की टीम इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों को जांच के लिए नोएडा डेफ सोसायटी भी आ सकती है। गुरुवार को एटीएस की टीम आरोपियों को लेकर दिल्ली एनसीआर के विभिन्न शहरों में पहुंची और यहां आरोपियों से पूछताछ की।

सेक्टर-117 में संचालित हो रहे नोएडा डेफ सोसायटी से अब तक 16 हजार मूकबधिर छात्र ट्रेनिंग ले चुके हैं। संचालिका रूमा रोका ने बताया कि उन्होंने इसकी शुरुआत दो बेडरूम के फ्लैट से 2005 में की थी। इन 16 साल में देशभर के करीब 16 हजार से अधिक मूक बधिर छात्रों को ट्रेनिंग दी चुकी हैं।

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