कवायद: दिल्ली-मुंबई ट्रेन का सफर 16 की बजाय 12 घंटे का होगा, 4 घंटे बचेंगे

नई दिल्ली। दिल्ली-मुंबई के बीच की दूरी अब कम हो जाएगी. दिल्ली-मुंबई के बीच ट्रेन से 16 घंटों का सफर अब 12 घंटों में ही पूरा हो जाएगा. रेलवे ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है. रेलवे ने विचार किया है कि इन दो शहरों के बीच चलने वाली ट्रेनों की स्पाड बढ़ाई जाएगी. कई दिनों से पश्चिमी रेलवे इन दोनों शहरो के बीच यात्रा के समय को कम करने की सोच कर रहा था.

गौरतलब है कि अभी दिल्ली से मुंबई की जर्नी में राजधानी ट्रैन से 16 घंटे का समय लगता है. लेकिन अगर ट्रैन की थोड़ी स्पीड बढ़ा दी जाए तो राजधानी 4 घंटे पहले ही मंजिल तक पहुंचा देगी. इसके लिए पश्चिम रेलवे विरार और सूरत के बीच 160 किलोमीटर के रेल रूट पर बाउंड्री बनाने की तैयारी कर रहा है. ताकी इतनी दूर ट्रेन बिना रुकावट के चल सके.

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मानसून के खत्म होने के बाद रेलवे इस दिशा में काम शुरू कर देगा. उम्मीद की जा रही है कि 2024 तक यह काम पूरा हो गाएगा. जाहिर है 160 किलोमीटर तक बाउंड्री बन जाने से ट्रेन फास्ट स्पीड से गुजर सकती है. बीच में कोई व्यवधान नहीं होगा. वहीं कॉरिडोर बन जाने से जानवरों और इंसानों की प्लेटफार्म पर आवाजाही रुकेगी. अभी कई जगहों पर ट्रेनों की गति धीमी करना पड़ती है.

पश्चिम रेलवे, ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए पटरियों के नीचे की गिट्टी की गहराई बढ़ा रहा है. बता दें, अभी ट्रैक पर 300 मिलीमीटर की गहराई तक गिट्टी बिछाई जाती है. अब रेलवे इसे बढ़ाकर 350 मिलीमीटर तक कर रहा है. इससे ट्रेन का संतुलन तेज गति में भी बना रहेगा. इसके अलावा क्रांसिंग में लगेंगे सिग्नल, ताकी रेल के आने से पहले ही सिग्नल डाउन हो जाए.

मुंबई-दिल्ली रूट पर फिलहाल राजधानी 140 किमी के स्पीड से चलती है. लेकिन अब इसे बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटे के रफ्तार से चलाया जाएगा. गौरतलब है कि, 2016-17 में ही मिशन रफ्तार की घोषणा पहली बार रेल बजट में की गई थी. अब इसे अमली जाना पहनाने की दिशा में पहल किया जा रहा है.