मप्र को जल्द मिलेंगे 28 IAS और IPS, जीएडी और गृह विभाग ने संघ लोक सेवा आयोग को भेजी प्रस्ताव सूची !

ग्वालियर।  मप्र को एक बार फिर 28 नए आईपीएस और आईएएस अधिकारी मिल सकते हैं । मप्र सामान्य प्रशासन और गृह विभाग ने संघ लोक सेवा आयोग को चुनिंदा अफसरों के नाम के प्रस्ताव भेज दिए हैं। इसके लिए दिसंबर में विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक दिसंबर प्रस्तावित है। नाम तय होती ही इन अफसरों को प्रमोशन दिया जाएगा। दरअसल राज्य प्रशासनिक सेवा से आईएएस और राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस संवर्ग में पदोन्नति के लिए विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक दिसंबर में होने वाली है। इसमें मुख्य सचिव पुलिस महानिदेशक अपर मुख्य सचिव गृह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। इसके लिए सामान्य प्रशासन ने 3 और गृह विभाग ने करीब 30 नामों की लिस्ट का प्रस्ताव संघ लोक सेवा आयोग को भेजा हैं। सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से एक पद के लिए तीन अधिकारियों के नाम प्रस्तावित किए गए हैं। इसमें 1994 1995 2002 2006 और 2007 बैच के अधिकारियों के नाम पर सेवा अभिलेखों के आधार पर विचार होगा। विवेक सिंह पंकज शर्मा सुनील दुबे कैलाश बुंदेला और सुरेंद्र कथूरिया के नाम जांच के चलते बाहर होने की संभावना है। दिसंबर में विभागीय पदोन्नति की बैठक होना है जहां नाम तय किए जाएंगे।
इन अफसरों के आईपीएस बनने पर संकट
केंद्र से आईपीएस कैडर रिव्यू में गैप के कारण 5 साल में 1998 और 2000 बैच के राज्य पुलिस सेवा (एसपीएस) के लगभग 55 अफसरों पर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) बनने पर संकट आ सकता है।इनमें 1998 बैच के मलय जैन अमित सक्सेना संदीप मिश्रा समर वर्मा सतेन्द्र सिंह तोमर अंजना तिवारी अनिल पाटीदार दिनेश कौशल रूपेश शर्मा रामदास प्रजापति मुकेश वैश्य जितेंद्र सिंह ढंगस शशिकांत शुक्ला और वर्ष 2000 बैच के योगेश्वर शर्मा विनय प्रकाश पॉल के नाम शामिल हो सकते है। इन अफसरों को एएसपी पद से ही रिटायर होना पड़ेगा। चुंकी आईपीएस अवॉर्ड के लिए 56 साल तक की उम्र तय की गई है।अगला रिव्यू 2027 में होगा।


केंद्र से आईपीएस कैडर रिव्यू में गैप के कारण राज्य पुलिस सेवा के कई अफसरों को नुकसान होगा। इसके चलते अगले 5 साल में राज्य पुलिस सेवा (एसपीएस) के लगभग 55 अफसर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में नहीं जा पाएंगे। आईपीएस के लिए वर्ष 1998 और 2000 बैच के कई अफसर उम्र के कारण दौड़ से बाहर होंगे। इन अफसरों को एएसपी पद से ही रिटायर होना पड़ेगा। आईपीएस अवॉर्ड के लिए 56 साल तक की उम्र तय है। प्रदेश के लिए जून में कैडर रिव्यू हुआ था। इसमें 5 पद बढ़ गए थे। इसका फायदा अगले साल पांच अफसरों को आईपीएस बनने में मिलेगा।

इसके अलावा एसपीएस से आईपीएस बनने वाले चार अफसर रिटायर हो जाएंगे। इस तरह 9 आईपीएस बनेंगे। वर्ष 2022 में दस आईपीएस होंगे। दो साल में 19 एसपीएस अब आईपीएस होंगे। वर्ष 1996 बैच के सारे और वर्ष 1997 के एक या दो अफसर आईपीएस बनेंगे। इसके बाद अगला कैडर रिव्यू वर्ष 2027 में होगा।