मप्र में दो साल के हो सकते हैं शराब दुकानों के ठेके, नई आबकारी नीति-2023 की चल रही तैयारी

भोपाल । प्रदेश सरकार नई आबकारी नीति की जोर शोर से तैयारी में लगी है। प्रदेश के सभी जिलों से नई नीति को लेकर प्रस्ताव भोपाल भेज दिए गए हैं। शराब के ठेकेदार, आबकारी के अधिकारी, निर्माताओं से फीडबैक लिया जा रहा है, सब अपने अपने सुझाव दे रहे हैं। इस बार नई नीति में दो साल के लिए शराब ठेके करने की अनुशंसा हो सकती है,उधर 15 प्रतिशत तक की वृद्वि का भी अनुमान है। शराब नीति में इस बार सरकार कोई चौंकाने वाला बदलाव तो नहीं करेगी क्योंकि आने वाला सरकार चुनाव का जो है। देसी शराब के दाम घटाने को लेकर कच्ची शराब व जहरीली शराब की घटनाओं में कमी आने का फीडबैक मिला है, इसलिए इस बार नई नीति में इसके दाम न के बराबर बढ़ भी सकते हैं या यथावत रखे जाएंगे। आबकारी के उपायुक्त स्तर के अधिकारियों से भोपाल में चर्चा हो चुकी है अब विभाग के प्रमुख सचिव के साथ प्रजेंटेशन होगा,इसी प्रजेंटेशन में ड्राफ्ट खींच लिया जाएगा।
यहां यह बता दें कि आने वाला साल विधानसभा चुनाव का है। इसके साथ ही नशा मुक्त अभियान और शराब को लेकर पहले भी उठने वाले सवालों को देखते हुए नीति निर्माण का काम किया जा रहा है। नई शराब नीति बनाने के लिए मुख्यालय ने सभी जिलों से सुझाव मांगे हैं जिन्हें कच्चे ड्राफ्ट में शामिल किया गया है। आबकारी के ठेकेदारों से भी बात की गई है। वर्तमान में लागू आबकारी का कंपोजिट दुकानों का फार्मूला आगे भी इसी तरह यथावत रह सकता है।
मोटी मोटी रूपरेखा तैयार,जल्द मुहर लगेगी
नई आबकारी नीति को लेकर मोटी मोटी रूपरेखा आए सुझाव व प्रस्तावों के आधार पर तैयार कर ली गई है। वाणिज्यकर विभाग के प्रमुख सचिव के समक्ष सोमवार या मंगलवार को प्रजेंटेशन दिया जाएगा। इसमें आबकारी आयुक्त ओपी श्रीवास्तव सहित शीर्ष अधिकारी शामिल रहेंगें। आंशिक बदलावों के साथ जल्द अब नई नीति पर मुहर लग सकती है। दिसंबर में फायनल कर ली जाएगी और जनवरी में शासन इसके जारी कर देगा।

आबकारी की नई नीति को लेकर तैयारी चल रही है। सभी जिलों से प्रस्ताव मंगवा लिए गए हैं और हर स्तर पर चर्चा कर ली गई है। सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। भोपाल में अब प्रजेंटेशन होना है।
ओपी श्रीवास्तव, आयुक्त, आबकारी,मप्र