मप्र के निवाड़ी में बनेगा उप्र के बुलडोज़र बाबा का मंदिर, MBA डिग्रीधारी युवा संत ने उठाया बीड़ा

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री योगी का काम करने की शैली और रवैया लोग खूब पसंद करते हैं। हाल ही में यूपी में सीएम योगी से प्रभावित होकर उनका एक मंदिर बनाया गया है। और अब मध्य प्रदेश में भी योगी का मंदिर बनवाया जाएगा। एमपी के MBA पास एक युवा संत ने उनका मंदिर बनवाने का निर्णय लिया है। निवाड़ी के टेहरका गांव में युव संत सत्यनाथ उनका मंदिर बनवाएंगे।

जानकारी के अनुसार निवाड़ी जिले के टेहरका के रहने वाले एमबीए पास सत्येन्द्र चतुर्वेदी ने 5 अप्रैल 2017 में योगी आदित्यनाथ को आदर्श मानकर संन्यास धारण कर लिया। सत्येन्द्र योगी आदित्यनाथ से इतने प्रभावित है कि अब उन्होंने योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनवाने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि सत्यनाथ आश्रम पर दिवाली के दिन मंदिर का भूमि पूजन होगा।

दरअसल सत्येन्द्र चतुर्वेदी (सत्यनाथ) ने राजधानी भोपाल के एक कॉलेज से एमबीए किया। लेकिन योगी आदित्यनाथ से प्रभावित होकर उन्होंने साल 2017 में वैराग्य धारण कर लिया। अब उनका नाम हिन्दू सत्यनाथ हो गया। उन्होंने इसका ऐलान किया है किबवो अपनी पुश्तैनी जमीन पर योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनाएंगे। और दिवाली के दिन मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में एक योगी भक्त ने उनका मंदिर बनवाया, लेकिन वह जमीन विवाद के कारण विवादों में घिर गया और योगी जी की प्रतिमा वहां से गायब कर दी गई। इस घटना से मन आहत हुआ और ये फैसला किया कि निवाड़ी जिले के टेहरका में अपनी पैतृक भूमि पर बने आश्रम में ही योगी जी का मंदिर बनवाएंगे।

सत्यनाथ ने बताया योगी मंदिर का निर्माण करीब 20 फीट चौड़ाई और 12 फीट ऊंचाई का बनेगा। इसमें स्थापित होने वाली प्रतिमा बनाने वाले कारीगर जयपुर से बुलवाए जाएंगे। एक साल में यह मंदिर निर्माण का काम पूरा हो जाएगा। इसके लोकार्पण के लिए सीएम योगी को आमंत्रित भी किया जाएगा।

बता दें कि मनगरी अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बने जिस मंदिर ने सुर्खियां बटोरी थी, उस मंदिर से उनकी मूर्ति गायब होने की बात सामने आ रही है। साथ ही मंदिर बनवाने वाला शख्स भी लापता हो गया है। उसका मोबाइल फोन स्विच्ड आफ है। पुलिस को इस बात की जानकारी नहीं कि मूर्ति कौन ले गया, वहीं गांव के लोगों का कहना है कि रविवार कुछ लोग गाड़ी से आए और मूर्ति उठाकर ले गए। और उन्होंने मंदिर के गेट पर ताला भी लगा दिया।