मप्र में गरीबों के खाते में पड़े हैं 9,400 करोड़, देश में अब तक 46.25 करोड़ खुले जनधन खाते, जमा हुए 1.74 लाख करोड़

भोपाल। प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमलेडीवाई) के आठ वर्ष पूरे हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी पीएम जनधन योजना में अब देशभर में 46.25 करोड़ से अधिक बैंक खाताधारी हो गए हैं। इनमें मध्यप्रदेश के 3.80 करोड़ हैं जो उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार के बाद चौथे नम्बर पर है। लेकिन जनसंख्या के मान से मप्र पहले नंबर पर है। यहां 50 फीसदी बैंक खाते खोले जा चुके हैं। मप्र में गरीबों के खातों में वर्तमान समय में 9,400 करोड़ रूपए से अधिक की राशि पहुंची है।
हालही में पीएमजेडीवाई के पात्र लाभार्थियों को सूक्ष्म बीमा योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) के तहत कवर करने की घोषणा की गई है। अब तक जनधन योजना के तहत देशभर में 46.25 करोड़ खातें खुल चुके हैं और इन खातों में 1.74 लाख करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं। देशभर में संबंधित बुनियादी ढांचा तैयार कर पीएमजेडीवाई खाताधारकों के बीच रुपे डेबिट कार्ड के उपयोग सहित डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के साथ ही फ्लेक्सी-आवर्ती जमा आदि जैसे माइक्रो निवेश और माइक्रो-क्रेडिट तक पीएमजेडीवाई खाताधारकों की पहुंच को बेहतर बनाने की तैयारी चल रही है।
मप्र को नंबर एक पर लाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फरवरी माह में एसएलबीसी की राज्य स्तरीय बैठक में निर्देश दिए थे कि मप्र को नंबर एक पर लाया जाए। उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि यदि बैंकों की तरफ से प्रगति संतोषजनक नहीं हुई तो इस मामले को वित्त मंत्रालय को अवगत कराया जाएगा। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में मप्र प्रथम स्थान पर है। इसी तरह प्रधानमंत्री जनधन योजना, पीएम जीवन ज्योति और पीएम जीवन सुरक्षा योजना में भी सबसे आगे रहने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रदेश में 3.80 करोड़ लोगों के जनधन खाते
प्रधानमंत्री जन-धन योजना से जोडऩे के लिए ऐसे हितग्राहियों को जोडऩा है जिनके बैंकों में कोई खाते नहीं है। ऐसे लोगों में ज्यादातर बीपीएल हैं। खाता किसी भी बैंक शाखा अथवा व्यवसाय प्रतिनिधि (बैंक मित्र) आउटलेट में खोला जा सकता है। पीएमजेडीवाई खातों जीरो बैलेंस के साथ खोला जा सकता है। प्रदेश में 8 करोड़ की आबादी है। इनमें 3.80 करोड़ लोगों ने 9,462 करोड़ से अधिक धन राशि बैंक में जमा की है जबकि राजस्थान में 3.21 करोड़ लोगों के खाते हैं लेकिन धन राशि 13,791 करोड़ से अधिक जमा है। उत्तरप्रदेश की आबादी 22 करोड़ से ज्यादा है। यहां 8.21 करोड़ लोगों ने 34,467 करोड़ रुपए जमा कर रखे हैं। बिहार राज्य में 5.21 करोड़ खातेदारों के 18,268 करोड़ जमा है।
जनधन योजना में मिलता है कई लाभ
प्रधानमंत्री जन-धन योजना से जुडऩे के बाद हिग्राहियों को कई तरह के लाभ मिलते हैं। इसमें जमा राशि पर ब्याज मिलता है। एक लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर होता है। कोई न्यूनतम शेष राशि अपेक्षित नहीं होती है। 30 हजार रुपए की बीमा राशि लाभार्थी की मृत्यु होने पर सामान्य शर्तों पर मिलती है। भारत भर में धन का आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है। प्रति परिवार, मुख्यत: परिवार की स्त्री के लिए सिर्फ एक खाते में 5,000 /- रुपए तक की ओवरड्राफ्ट की सुविधा रहती है।
मप्र अभी चौथे नंबर पर
प्रधानमंत्री जनधन योजना में मप्र अभी चौथे नंबर पर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश हैं कि मप्र को नंबर वन प लाया जाए। वर्तमान में यूपी नंबर वन पर है। उत्तरप्रदेश में 8,21,34,502 लाभार्थियों के खातों में जमा धनराशि 34,467.69 करोड़ रूपए है। वहीं बिहार में 5,21,92,323 लाभार्थियों के खातों में जमा धनराशि 18,268.69 10.38 करोड़, प. बंगाल में 4,56,66,197 लाभार्थियों के बैंकों में जमा धनराशि 16,948.79 करोड़, मध्यप्रदेश में 3,80,84,137 लाभार्थियों के बैंकों में जमा धनराशि 9,462.35 और राजस्थान में 3,21,49,025 लाभार्थियों के बैंकों में जमा धनराशि 13,791.84 करोड़ रूपए है।