मुस्लिम और ईसाई समाज लालच देकर आदिवासियों का करा रहे धर्म परिवर्तन, विरोध के लिये 22 मई को डीलिस्टिंग महारैली

 

ग्वालियर। अनुसूचित जनजाति के लोग अपनी संस्कृति, परम्परा, धर्म और हक की लड़ाई के लिए मुखर होकर जनजागरुकता अभियान चलाएंगे। इसी तारतम्य में  जनजाति सुरक्षा मंच 22 मई को सुबह 9 बजे शिवपुरी लिंक रोड स्थित केदारधाम में आमसभा आयोजित करेगा। इसके बाद सुबह 11 बजे अचलेश्वर मंदिर से डीलिस्टिंग महारैली रैली निकाली जाएगी। जिसमें करीब 10 हजार लोग भाग लेंगे।

पत्रकारों से चर्चा के दौरान जनजाति सुरक्षा मंच ग्वालियर के संयोजक सीताराम खण्डेले ने बताया कि अनुसूचित जनजाति समाज मूलत: प्रकृति पूजक है और सनातन काल से देवी-देवताओं को पूजता आया है, लेकिन लालच देकर हमारे समाज के लोंगों को आज ईसाई और मुसलमान बनाया जा रहा है। उन्होंने पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि संविधान की मंशा के अनुरूप जनजाति समाज को जो सुविधाएं एवं अधिकार प्रदान किए गए थे, उन सुविधाओं और अधिकारों से हमारा भोला-भाला जनजाति समाज वंचित होता जा रहा है। कुछ धर्मांतरित लोग जो अपनी संस्कृति, आस्था, परम्परा को त्याग कर ईसाई या मुसलमान हो गए हैं, इन सुविधाओं का 80 प्रतिशत लाभ मूल जनजाति से छीन रहे हैं।
जिला संयोजक श्री खण्डेले ने बताया कि धर्मांतरित व्यक्तियों को अनुसूचित जनजाति की सूची से बाहर करने की मांग को लेकर जनजाति सुरक्षा मंच पूरे देश में आवाज उठाएगा। जिसके तहत व्यापक जनजागरण और जिला सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसी तारतम्य में ग्वालियर में 22 मई को सुबह 11 बजे अचलेश्वर मंदिर से डीलिस्टिंग महारैली निकाली जाएगी। जो दौलतगंज होते हुए महाराज बाड़ा जाएगी और वापस अचलेश्वर मंदिर पर उसका समापन होगा। उन्होंने बताया कि धर्मांतरित व्यक्तिओं को अनूसूचित जनजाति की सूची से बाहर करने की मांग को लेकर जनजाति नेता स्व. कार्तिक उरांव ने 1966-67 में तत्कालीन प्रधानमंत्री को 235 सांसदों का हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन दिया था। इसके बाद भी कई बार मांग की गई, लेकिन अभी तक इस पर अमल नहीं किया गया है।श्री खण्डेले ने बताया कि उनकी जानकारी में आया है कि जिले में 82 अनुसूचित जनजाति के लोगों को लालच देकर ईसाई और मुसलमान बनाया गया है। जनजाति सुरक्षा मंच धर्म परिवर्तन नहीं करने के लिए समाज के लोगों को जागरुक कर रहा है। हाल ही में पता चला कि दो लोगों को उनकी गरीबी का फायदा उठाकर उन्हें मुसलमान बनाया जा रहा है, जब समाज के लोगों ने उन्हें समझाया तो उन्होंने अपना निर्णय बदल लिया। जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन किया है, उनका हम सामाजिक बहिष्कार करेंगे।

पत्रकारवार्ता में जनजाति सुरक्षा मंच ग्वालियर के संरक्षक ओमप्रकाश वदरेटिया, सह संयोजक प्रेमनारायण आजाद, केदार सिंह सोहरे, सदस्य सूरज सैलिया उपस्थित थे।