पत्नी से हुआ झगड़ा, नाराज होकर पति ने 8 महीने रैन बसेरों में गुजार दिए, युवक को पहुंचाया घर

 

फरीदाबाद में पति-पत्नी के बीच झगड़े का अनोखा मामला सामने आया है। बल्लभगढ़ में रहने वाला एक युवक की अपनी पत्नी से कहासुनी हो गई। इससे पति इतना गुस्सा हुआ कि घर छोड़कर चला गया। इसके बाद वह कई दिनों तक घर ही नहीं लौटा। मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई। आखिरकार 8 महीनों के बाद पुलिस ने उसका पता लगा लिया।

फरीदाबाद : पति-पत्नी के बीच नोकझोंक होती रहती है, लेकिन बल्लभगढ़ में बीवी से नाराज हुआ एक शख्स घर छोड़कर चला गया। पत्नी से झगड़े के बाद गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उसने घर लौटने का विचार छोड़ दिया और रैन बसेरों में रहने लगा। दिन हफ्तों में बदले और हफ्ते महीने बन गए, लेकिन वह घर नहीं लौटा। परिवार ने पुलिस को शिकायत दी। इसके बाद भी कई महीने तक कुछ हुआ नहीं। अब करीब 8 महीने बाद पुलिस ने उसे रैन बसेरे से निकालकर घर पहुंचाया।

शहर में ही था युवक, नहीं ढूंढ पा रही थी पुलिस
एक ही शहर में होने के बावजूद महीनों तक पुलिस लापता व्यक्ति को नहीं ढूंढ़ पाई। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। जुलाई-2021 में पुलिस थाना सिटी बल्लभगढ़ में गुमशुदगी की धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें युवक के परिजनों ने बताया कि उनका बेटा ऑटो चलाता है। शादीशुदा है और उसकी एक छोटी बच्ची भी है।

पुलिस लगातार युवक की तलाश में जुटी थी। युवक की सूचना मिलते है उसे उसके परिवार से मिलवाया गया है।
-सूबे सिंह, पुलिस प्रवक्ता

पत्नी से हुआ था झगड़ा
किसी बात को लेकर उनके बेटे का पत्नी से झगड़ा हो गया था। इससे नाराज होकर वह घर से चला गया था। इसके बाद थाने की पुलिस ने इस मामले को खास अहमियत नहीं दी। महीनों बाद फाइलों की पेंडेंसी बढ़ी तो मामला क्राइम ब्रांच कैट को ट्रांसफर कर दिया गया, जिसके बाद फिर से क्राइम ब्रांच ने युवक की तलाश की।

रैन बसेरों में रह रहा था युवक
कैट प्रभारी सरजीत ने बताया कि सूत्रों व सर्विलांस की मदद से क्राइम ब्रांच कैट को पता चला कि युवक फरीदाबाद स्थित बड़खल फ्लाईओवर व ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के पास बने रैन बसेरों में रह रहा है। युवक दिन में ऑटो चलाता और शाम को रैन बसेरों में जाकर सो जाता। पुलिस टीम ने युवक की तलाश करके उससे बातचीत की और उसे समझाने का प्रयास किया। काफी समझाने के बाद युवक घर वापस जाने के लिए मान गया। कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद युवक को उसके परिजनों के हवाले किया गया।