बिजली कम्पनी प्रबंधन की तानाशाही के विरोध में मप्र के 70 हजार अधिकारी-कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

ग्वालियर। बिजली कम्पनी प्रबंधन के हटधर्मिता के कारण म. प्र. यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लायीज एण्ड इंजीनियर्स के बैनर तले विद्युत अधिकारियों-व कर्मचारियों ने आज सोमवार को अनिश्चितकालीन आन्दोलन शुरू कर दिया है। इनमें कंपनी के अधिकारी, इंजीनियर, कर्मचारी और संविदा कर्मी शामिल है।
म.प्र.शासन द्वारा मंहगाई भत्ता एवं इन्क्रीमेंट देने का आदेश कर दिया है, लेकिन कम्पनी प्रबंधन ने उक्त आदेश को जारी नही किया है।म.प्र.यूनाइटेड फोरम ग्वालियर रीजन के रीजनल संयोजक एल.के.दुबे ने बताया कि प्रदेश संयोजक इंजी व्ही.एस.परिहार के आव्हान पर गत दिवस कलेक्टर को ज्ञापन दिया था कि विद्युत कम्पनी प्रबंधन द्वारा म. प्र. शासन के अनुरूप नियमित संविदा अधिकारियों कर्मचारियों को 8 प्रतिशत मंहगाई भत्ता एवं वार्षिक वेतन वृद्धि का 50 प्रतिशत बकाया राशि दीपावली पूर्व प्रदाय करने, सभी विद्युत कम्पनियों की तरह विद्युत बिल में 50 प्रतिशत छूट प्रदान करने, आउट सोर्स कर्मचारियों को दीपावली पूर्व बोनस एवं वेतन प्रदाय किया जाए।

इसके साथ ही कम्पनी प्रबंधन व ऊर्जा मंत्री को भी लगातार आदेश प्रसारित करने हेतु आग्रह किया गया, लेकिन आवेदन निवेदन करने के बाद भी कम्पनी प्रबंधन के द्वारा तानाशाही रवैया अपनाया हुआ है। हड़ताली कर्मियों ने बताया कि कोई भी अधिकारी-कर्मचारी को को कार्यालय में आकर उपस्थिति दर्ज नही कराना है।

कोई भी आपरेटर अपनी ड्युटी पर उपस्थित नही होग। वहीं किसी भी प्रकार की कोई आपातकालीन सेवायें जैसे विद्युत शिकायत निवारण सेवाएं एवं किसी भी प्रकार की विद्युत व्यवधान में किसी प्रकार का कोई सुधार कार्य नही किया जाएगा।

यूनाइटेड फोरम समेत अन्य संगठनों के दावे के अनुरूप यदि हड़ताल जारी रही तो शाम तक ग्वालियर समेत कई शहरों में आपूर्ति व्यवस्था बिगडऩी तय है, ऐसा हुआ तो दीपावली पूर्व व्यापारी व उपभोक्ताओं को परेशानियां होंगी।

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