सागर में हुई चांदी की तस्करी में पुलिस लिप्त ! तस्करों ने पुलिस की टीम से की सौदेबाजी, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने संज्ञान लिया
मध्य प्रदेश का सागर चांदी की तस्करी के लिए बदनाम है। लेकिन इस बार पुलिस प्रशासन भी चांदी की तस्करी में दागदार हो गई है।यूपी-एमपी सीमा पर बने टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहें हैं।एक घटनाक्रम में पुलिस की स्पेशल टीम की संदिग्ध भूमिका चर्चा में है। जिसके बाद एसपी तरुण नायक ने एसपी स्कवॉड को भंग करने के साथ खुरई एसडीओपी को जांच के आदेश दिए हैं
दरअसल ये घटना सागर के मालथौन थाना इलाके से गुजरने वाले नेशनल हाई-वे 44 के टोलप्लाजा का है। जहां कुछ दिनों पहले आधी रात को शहर के कुछ पुलिसकर्मी अचानक पहुंच गए। जिनमें शहर के दो थानों प्रभारियों के भी शामिल होने की बात सामने आई है।
टोलप्लाजा पर एसपी स्कवॉड ने एक चार पहिया वाहन को रोका और उसकी जांच की। ये चार पहिया वाहन दिल्ली-आगरा की तरफ से आ रही थी। जिसमें सागर के तथाकथित सराफा व्यवसायी राम स्वरूप, सच्चू, विमल और दीना सवार थे। उस दौरान जांच में करीब 2.50 क्विंटल से अधिक चांदी के जेवरात मिले।
जानकारी मिली है कि स्पेशल टीम ने सराफा व्यापारियों पर दबाव बनाकर मोटी रकम वसूलकर बिना कोई मामला दर्ज कर चलता कर दिया। वाहन में विमल नाम का सराफा व्यापारी मौजूद था जो पहले भी कई तस्करी के मामलों में पकड़ा जा चुका है। सूत्रों ने बताया कि उसने स्पेशल टीम से सौदेबाजी कर मामला रफा दफा कर दिया।
लेकिन मामला तब सुर्खियों में आया जब मीडिया को भनक लगी और मालथौन थाना से जानकारी मांगी गई। तब जाकर यह मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा। और फिर एसपी तरुण नायक ने मामले की जानकारी लगते ही स्पेशल टीम से पूछताछ शुरू की और खुरई एसडीओपी को जांच निर्देश दिए।
हालांकि पुलिस से जुड़े मामलों को हल करने के लिए एसपी ने जिले के चुनिंदा पुलिस अधिकारी और पुलिस कर्मियों को चुनकर एसपी स्कवॉड का गठन किया था। इस स्पेशल टीम ने कई गंभीर मामलों में बेहतरीन काम किया लेकिन अब इस चांदी तस्करी में खुद उलझ हुई दिखाई दे रही है।
इस मामले के खुलासे के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने संज्ञान लिया है। उन्होंने तरुण नायक से मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। ऐसा माना जा सकता है कि जल्द ही एसडीओपी खुरई मामले की रिपोर्ट सौंप देंगे।
वहीं एसपी ने स्क्वॉड में शामिल सिपाही प्रदीप शर्मा को वापस उसकी मूल पदस्थापना थाना महाराजपुर, आशीष गौतम को भानगढ़, मुकेश को शाहगढ़ और अमित चौबे को खुरई देहात के लिए रवाना कर दिया है। साथ ही जांच अधिकारी सुकेरकेट्टा अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के मोबाइल की लोकेशन, सीडीआर और मालथौन चेक पोस्ट के फुटेज की जांच कर रहे हैं।
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