त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नारी शक्ति का बोलबाला, 645 में से 445 ग्राम पंचायतों में महिला सरपंच निर्विरोध निर्वाचित
मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में महिला सशक्तिकरण की तस्वीर नजर आ रही है। इस बार के पंचायत चुनावों में पुरुषों पर महिलाएं भारी साबित हो रही हैं। मध्यप्रदेश में 22921 पंचायतों में सरपंच पद पर चुनाव हो रहे हैं। इनमें से 645 पंचायतों में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए हैं इनमें से 445 महिला सरपंच हैं। पुरुषों के मुकाबले इस बार 65 फीसदी महिलाएं सरपंच चुनी गई है।
मध्य प्रदेश की 645 ग्राम पंचायतों में सरपंच निर्विरोध चुने गए हैं। इनमें से 445 ग्राम पंचायतों में महिला सरपंच निर्विरोध चुनी गयी हैं। सिर्फ 220 पुरुष सरपंच निर्विरोध रहे। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का सरपंच पदों पर दबदबा नजऱ आ रहा है। 645 पंचायतों में से 65 प्रतिशत महिलाएं निर्विरोध चुनी गई हैं। बीते साल 2014 के मुकाबले साल 2022 में पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का प्रतिशत बढ़ा है।
ये है महिला सशक्तिकरण
महिलाओं के निर्विरोध सरपंच चुने जाने पर भाजपा का कहना है महिलाओं की संख्या बढऩे का यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने प्रोत्साहन के लिए अतिरिक्त राशि देने का ऐलान किया है। ये लोकतंत्र के सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है। महिलाओं का जितनी ज्यादा संख्या में प्रतिनिधित्व होगा लोकतंत्र की मजबूती के लिए उतना ही अच्छा रहेगा। कांग्रेस का कहना है महिलाओं का रिप्रेजेंटेशन जितना ज्यादा बढ़ेगा उतना ही अच्छा रहेगा। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि भाजपा यह समझ चुकी थी कि भाजपा को समर्थन नहीं मिलने वाला है। इसलिए समरस पंचायतों के जरिए प्रलोभन दिए गए। लोकतंत्र चुनाव ना कराने से मजबूत नहीं होता है।
समरस पंचायतों को मिलेगा इनाम
मध्यप्रदेश में समरस ग्राम पंचायतों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पुरस्कार देंगे। 5 लाख से लेकर 15 लाख तक की पुरस्कार राशि समरस ग्राम पंचायतों को दी जाएगी। ऐसी ग्राम पंचायतें जिसके सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, उन पंचायतों को पुरस्कार राशि में 5 लाख रुपये दिए जाएंगे। दिन पंचायतों में लगातार दो बार से सरपंच निर्विरोध चुने गए उन्हें 7 लाख रुपये मिलेंगे। ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच और सभी पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, उन पंचायतों को भी 7 लाख की पुरस्कार राशि दी जाएगी। ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच और सभी पंच महिलाएं निर्वाचित हुई हैं, उन सभी को 12.00 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। जिस पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्विरोध निर्वाचन होगा उन्हें पिंक पंचायत घोषित कर 15 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी।