बनारस की तर्ज़ पर संवरेंगे दतिया और चित्रकूट स्टेशन, धार्मिक पहचान बनाने की रेलवे कर रहा कवायद
झांसी मंडल के अंर्तगत आने वाले दतिया एवं चित्रकूट धाम स्टेशन बनारस की तर्ज पर संवारे जाएंगे। इन स्टेशनों को उनकी धार्मिक पहचान के मुताबिक नया स्वरूप मिलेगा। एनसीआर मुख्यालय के निर्देश पर रेल अफसरों ने तैयारी शुरू कर दी है। उम्मीद जताई जा रही कि अगले तीन वर्ष के भीतर यह नए कलेवर में दिखाई पड़ने लगेंगे।
पूरे देश में दतिया की पहचान मां पीतांबरा पीठ से है जबकि चित्रकूट धाम भगवान राम के वनगमन पथ की वजह से पहचाना जाता है। रेल महकमा धार्मिक पहचान वाले स्टेशनों को उनके स्वरूप के मुताबिक विकसित करने की कवायद में जुटा है। इसके पहले बनारस, प्रयागराज, अयोध्या जैसे शहरों के रेल स्टेशन उनके धार्मिक स्वरूप के मुताबिक संवारे जा चुके। इसी तर्ज पर दतिया एवं चित्रकूट धाम को भी संवारने की तैयारी है। रेल अफसरों का कहना है बनारस रेलवे स्टेशन की तर्ज पर ही दतिया रेलवे स्टेशन को खूबसूरत बनाया जाएगा। स्टेशन के स्वरूप में बदलाव के साथ ही यहां सर्कुलेटिंग एरिया में सुधार, वॉटर एटीएम, वेटिंग रूम एवं शौचालयों में सुधार समेत अन्य कार्य भी कराए जाएंगे हालांकि रेल अफसरों का कहना है कि अंतिम स्वरूप प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद ही तय होगा। इनमें कुछ कार्यों की जगह नए कार्य भी जोड़े जा सकते हैं। जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि यह दोनों स्टेशनों को विकसित करने का प्रस्ताव है। जल्द ही यह कार्य आरंभ होगा।