भगवान परशुराम के बारे में पढ़ेंगे MP के स्कूली बच्चे, जयंती पर शिवराज सिंह चौहान का ऐलान
इस अवसर पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भगवान परशुराम का जन्म उस समय हुआ जब समाज में पाप बढ़ रहा था, तब भगवान परशुराम ने फरसा उठाया और दुष्टों का नाश किया। आज जब कोई मासूम बच्चियों के साथ दुराचार करता है तो भगवान परशुराम प्रेरणा देते हैं कि ऐसे दुराचारियों को दण्डित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पाठ्यक्रम समिति को निर्देश देंगे कि परशुराम चरित्र का पाठ कोर्स में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि सनातन परंपरा छूट नहीं सकती, लेकिन राजधर्म जरूरी है इसलिए समाज कल्याण के लिए संस्कृत के विद्वान जरूरी हैं। सरकार संस्कृत शिक्षकों की लगातार भर्ती कर रही है। संस्कृत की पढ़ाई करने वाले सभी विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी जाएगी।
इसके साथ ही चौहान ने कहा कि जिन मंदिरों की जमीन नहीं है, उनके पुजारियों को पांच हजार रुपए मानदेय दिया जाएगा। जिन मंदिरों के पास अधिक भूमि है, उनके मानदेय की व्यवस्था भी करेंगे, जमीनों की नीलामी का अधिकार पुजारियों के पास रहेगा, मंदिर की संपत्ति सुरक्षित रहे, इसके लिए समिति बनाएंगे