ग्वालियर कांग्रेस कार्यकारिणी की घोषणा के बाद जिलाध्यक्ष का पलड़ा भारी, कमलनाथ ने विश्वास जताया
राजेश शुक्ला ग्वालियर। आखिरकार ग्वालियर जिला कांग्रेस कमेटी की जंबो कार्यकारिणी गत दिवस घोषित कर दी गई। कार्यकारिणी में सबसे ज्यादा युवाओं को तरजीह दी गई है। भोपाल में सूची फाइनल होने के बाद ग्वालियर कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र शर्मा ने कार्यकारिणी की सूची को जारी कर दिया। भारी भरकम कार्यकारिणी की टीम में कांग्रेस के प्रमुख विधायक व वरिष्ठ नेताओं के समर्थकों का भी खासा ध्यान रखा गया है। यहां बताना आवश्यक है कि डीसीसी की कार्यकारिणी की घोषणा साढ़े तीन साल से भी ज्यादा समय के बाद हुई है। कल रात को सूची जारी होने के बाद कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में जोश देखा जा रहा है। भोपाल कांग्रेस कार्यालय से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने byline24.कॉम को बताया कि सूची में समानता का भाव रखा गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी ग्वालियर अंचल में कांग्रेस की पकड़ मजबूत बनाने के लिए जिला अध्यक्षों को विशेष निर्देश पूर्व में दिए थे।
जिलाध्यक्ष का पलड़ा भारी
जिलाध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र शर्मा द्वारा सूची जारी करने के बाद पार्टी के ही कुछ असंतुष्ट सदस्यों का भी अब मुंह बंद हो गया है। कांग्रेस के दूसरे खेमे के यह असंतुष्ट नेता पिछले 2 साल से कार्यकारिणी घोषित न करने का ठीकरा श्री शर्मा पर विरोध कर फोड़ रहे थे। शर्मा ने माधवराव सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद भी अपनी निष्ठा कांग्रेस पार्टी में दिखाई और उन्हें स्पष्ट रूप से मना कर दिया कि मैं कांग्रेस में ही रहूंगा। पार्टी अध्यक्ष कमलनाथ ने डॉ देवेंद्र शर्मा पर विश्वास व्यक्त किया। यह अपने आप में ही बहुत बड़ी बात है कि शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष बदलने की बात भी अब हवा हो गई है।
अब पूरा फोकस विधानसभा चुनाव पर
शहर जिला कांग्रेस कमेटी का पूरा फोकस अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर रहेगा। आने वाले दिनों में कार्यकारिणी के पदाधिकारी और सदस्यों की बैठक लेकर उन्हें बूथ लेवल पर सक्रिय रहने के लिए टारगेट भी दिए जाएंगे।
जीत का रास्ता है ग्वालियर चंबल संभाग
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी यह बात स्वीकारी है कि विधानसभा चुनाव में जीत का रास्ता ग्वालियर चंबल संभाग से होकर निकलता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी 2018 में हुए चुनाव और उसके बाद उपचुनाव में यहां खासे सक्रिय देखे गए थे। शिवराज सिंह चौहान ने प्रचार के दौरान विवादास्पद भाषण भी दिया था जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा था लेकिन ज्योतिराज सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद उन्हें वापस मुख्यमंत्री की सीट मिली थी।
निष्क्रियता दिखाई तो मिलेगा नोटिस:कार्यकारिणी की सूची जारी होने के बाद कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि जल्द ही उपाध्यक्ष,महामंत्री और सदस्यों की बैठक लेकर उन्हें टारगेट दिए जाएंगे इसके साथ ही कांग्रेस की आईटी सेल को भी सक्रिय किया जाएगा। अगर कोई सदस्य निष्क्रियता दिखाता है तो उसे नोटिस भी मिलेगा ऐसा सूत्र का कहना है।