प्रेमी के साथ मिलकर पति को मारा, गुमराह करने लापता की कराई FIR फिर हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका
ग्वालियर। थाना भितरवार में एक महिला ने 15अगस्त 2020 को अपने पति पति फेरन जाटव के लापता होने की एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच में लेकर तलाश शुरू की। इसको लेकर पूरा खुलासा आज ग्वालियर पुलिस ने कर दिया है। इस मामले में पत्नी ने ही दो के साथ मिलकर पति की हत्या को अंजाम दिया था। आज एक पत्रकार वार्ता के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देहात जयराज कुबेर ने मीडिया को बताया कि फरियादयिदा ने 14 सितंबर 2020 को उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में बंदी प्रत्यक्षीकरण (हैवियस कार्पस) के तहत याचिका दायर की। जिसमें 5 लोगों के साथ ही पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को भी पार्टी बनाया गया था। उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में इस संबंध में समय-समय पर स्टेट्स रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। एसडीओपी भितरवार अभिनव बारगे और थाना बल की टीम ने 26 जुलाई 2021 को फरियादिया व उसके पुरुष मित्र को जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्य मिलने पर पूछताछ के लिए बुलाया। इस पूछताछ में महिला ने हत्या करने का खुलासा कर दिया। उसके मित्र ने बताया कि उनके तथा एक अन्य पुरूष मित्र की सहायता से फेरन जाटव की थाना हस्तिनापुर क्षेत्र के चपरोली मौजा में ले जाकर लोहे के पाइप व पत्थर से सिर पर वार करके हत्या कर दी। शव को खेत में बने कुए में फेंक दिया था। पुलिस ने कल शव को बरामद किया। इस मामले में हत्याकाण्ड में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरोपी फरार है।
उक्त महिला ने अपराध छुपाने और पुलिस को गुमराह करने के लिये पुलिस में गुमशुदगी कायम करने के बाद उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में बंदी प्रत्यक्षीकरण में याचिका दायर भी की। इस पूरे मामले में थाना प्रभारी भितरवार पंंकज त्यागी, उनि महेन्द्र पाल, थाना प्रभारी उटीला सुरजीत परमार, चीनोर दीपक गौतम थाना, साधना कुशवाह समेत थाना भितरवार से रामदेव शर्मा, रघुनंदन सिंह, अजय यादव, गौरव जाट, संजय, वीरसिंह, भूपेेन्द रावत, राहुल, भुवनेश्वर, लवकुश, क्राइम ब्रांच से छत्रपाल सिंह तोमर, भगवती, रणवीर, जलसिंह, रामबाबू एवं विश्वीर जाट की सराहनीय भूमिका रही।
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